जमशेदपुर : टाटानगर रेलवे स्टेशन पर रेलवे पुलिस (जीआरपी) को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों को नशीली दवा देकर लूटने वाले एक शातिर अपराधी को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी दिल्ली के सुल्तानपुरी थाना क्षेत्र के शनि बाजार रोड का रहने वाला है और एक संगठित गिरोह से जुड़ा है.
रेल पुलिस को स्टेशन परिसर में एक संदिग्ध युवक पर शक हुआ. पूछताछ के दौरान वह घबरा गया और अपनी पहचान छिपाने की कोशिश करने लगा. जब आधार कार्ड मांगा गया, तो दस्तावेजों में दर्ज नाम और उसकी मौखिक जानकारी मेल नहीं खाई.
नशीली दवा और चोरी का मोबाइल बरामद
पुलिस ने जब युवक की तलाशी ली, तो उसके पास से एटीवन 2 एमजी की गोलियां मिलीं, जो आमतौर पर लोगों को बेहोश करने के लिए उपयोग की जाती हैं. इसके अलावा उसके पास से बरामद मोबाइल फोन भी चोरी का निकला.
स्लीपर कोच में चढ़ते, लेकिन निगाहें एसी यात्रियों पर
पूछताछ में युवक ने खुलासा किया कि वह एक गिरोह का हिस्सा है, जो ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों को निशाना बनाता है. वे आमतौर पर स्लीपर कोच में यात्रा करते हैं, लेकिन खास नजर एसी कोच से उतरने वाले यात्रियों पर रखते हैं. यात्रियों के कपड़े, हावभाव और लगेज देखकर वे तय करते हैं कि किसके पास कीमती सामान है. गिरोह के सदस्य पहले दोस्ती करने की कोशिश करते हैं और फिर खाने-पीने की चीज़ों में नशीला पदार्थ मिला देते हैं. रात के समय यात्रियों को बेहोश कर उनके सामान की चोरी कर लेते हैं.
गिरोह के नेटवर्क की तलाश में जुटी पुलिस
पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि गिरोह को यात्रियों के पास कीमती सामान होने की जानकारी कैसे मिलती है. आशंका जताई जा रही है कि उनके पास कोई स्कैनिंग डिवाइस हो सकती है, हालांकि अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है. फिलहाल आरोपी गिरोह के अन्य सदस्यों के नाम तो बता रहा है, लेकिन सही पहचान छिपा रहा है.