सरायकेला-खरसावां : जिले में अपराध नियंत्रण और फरार अपराधियों की धरपकड़ को लेकर पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में बीती रात एक विशेष अभियान चलाया गया। इस अभियान में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सरायकेला/चांडिल, सभी थाना प्रभारी, अंचल निरीक्षक समेत कुल 167 पुलिसकर्मियों की 24 टीमें शामिल रहीं। पुलिस अधीक्षक खुद रातभर क्षेत्र में भ्रमणशील रहकर पूरे अभियान की निगरानी करते रहे।
गिरफ्तारी और सत्यापन का बड़ा आंकड़ा
इस विशेष अभियान के तहत जिले के विभिन्न थानाक्षेत्रों में 100 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की गई। इसके तहत कुल 25 वांछित अपराधियों और वारंटियों को गिरफ्तार किया गया। साथ ही, 109 आरोपियों का भौतिक सत्यापन किया गया, जिनमें कई गंभीर अपराधों में शामिल रहे हैं। इनमें 39 आरोपी आर्म्स एक्ट, 31 एनडीपीएस एक्ट, 5 हत्या, 4 उत्पाद अधिनियम, 26 संपत्तिमूलक और 4 नक्सली मामलों में आरोपित हैं।
गिरफ्तार अपराधियों में आदित्यपुर, गम्हरिया, सरायकेला, आरआईटी, चांडिल, राजनगर और कुचाई थाना क्षेत्र के निवासी शामिल हैं। इनमें से कई अभियुक्तों पर हत्या, अवैध हथियार, मादक पदार्थ तस्करी, साइबर अपराध और नक्सल गतिविधियों से जुड़े संगीन मामले दर्ज हैं। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जिले में कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखने के लिए ऐसे अभियान लगातार जारी रहेंगे।
इनकी हुई गिरफ्तारी
गिरफ्तार किए गए 25 वांछित अपराधियों में सरफाजुल हक (महतो पाड़ा रोड, जुगसलाई, जमशेदपुर), अमुल्य दास (सपड़ा, आदित्यपुर), गाजी नायक (अलकतारा ड्रम बस्ती, आदित्यपुर), साकेत जैन (शिवरंजन कॉम्प्लेक्स, आदित्यपुर), सद्दाम हुसैन (एच रोड, मुस्लिम बस्ती, आदित्यपुर), रोहिना गोप एवं राजकुमार गोप (डुडरा, गम्हरिया), मोटा उरांव (बलरामपुर, गम्हरिया), रतन नाग (रायडीह बस्ती, RIT), माहिपाल सिंह उर्फ पप्पु (इच्छापुर ग्वालापाड़ा, आदित्यपुर), विभीषण रविदास (राजनगर), नुनू नायक, सुकरा नायक, रासु गोडसोरा, ठाकुर नायक एवं आनंद सरदार (मुड़कुम, सरायकेला), आज़ादी हेम्ब्रम उर्फ बुधु हेम्ब्रम (नीमडीह, सरायकेला), मोटका सोय उर्फ मंगल एवं जय सिंह मुंडा (ईचाडीह, कुचाई), रानी मुण्डाईन (ईचाडीह, कुचाई), साजिद अंसारी उर्फ छोटा साजिद (रहमतनगर, डांगोडीह, कपाली), श्याम सुंदर सिंह एवं बिरबल सिंह उर्फ खास सिंह (फदलोगोड़ा, चांडिल), मंटू मंडल उर्फ महावीर मंडल (भुइयाडीह, चांडिल) और भूषण पहाड़िया (आसनबनी पहाड़िया बस्ती, सालतल, चांडिल) शामिल हैं। इन सभी के विरुद्ध विभिन्न थानों में गंभीर धाराओं के अंतर्गत मामले दर्ज हैं।