रांची : पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए देश में वीजा पर रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजने का आदेश जारी किया है. इस फैसले के बाद देशभर के साथ-साथ झारखंड में भी पाकिस्तानी नागरिकों के बीच हलचल मच गई है. झारखंड में वर्तमान में 10 पाकिस्तानी नागरिक रह रहे हैं, जिनमें तीन नाबालिग शामिल हैं.
तीन नाबालिग रांची में, मां भारतीय, पिता पाकिस्तानी
राजधानी रांची के डोरंडा क्षेत्र स्थित मनीटोला वसी चौक में तीन नाबालिग पाकिस्तानी नागरिक रह रहे हैं, जिनकी मां भारतीय नागरिक हैं और शादी के बाद पाकिस्तान गई थीं. इन बच्चों की उम्र दो से 10 साल के बीच है और वे इसी साल जनवरी में अपनी मां के साथ ननिहाल आए थे. फिलहाल, ये बच्चे अपने नाना-नानी के साथ रह रहे हैं.
शनिवार को पुलिस अधिकारियों ने इनके घर पहुंचकर सरकार के नए निर्देशों की जानकारी दी. बताया गया कि चूंकि बच्चों की नागरिकता पाकिस्तान की है, उन्हें वापस भेजा जाएगा. हालांकि, वे पाकिस्तान कैसे जाएंगे और प्रक्रिया क्या होगी, इसे लेकर फिलहाल स्थिति स्पष्ट नहीं है. राज्य प्रशासन केंद्रीय गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय से दिशा-निर्देश प्राप्त कर आगे की कार्रवाई कर रहा है.
LTV धारकों को अभी नहीं भेजा जाएगा वापस
सूत्रों के अनुसार, झारखंड में रांची के अलावा जमशेदपुर और हजारीबाग में भी पाकिस्तानी नागरिक रह रहे हैं. इन सभी में से सात को लॉन्ग टर्म वीजा (LTV) प्राप्त है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि केंद्र सरकार के निर्देशानुसार फिलहाल लॉन्ग टर्म वीजा पर रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को वापस नहीं भेजा जाएगा. साथ ही, मेडिकल वीजा पर आए नागरिकों को भी राहत दी गई है. यानी झारखंड में मौजूद सात LTV धारक पाकिस्तानी नागरिकों की वापसी अभी नहीं होगी.
केंद्र से दिशा-निर्देश मिलने के बाद आगे की कार्रवाई
झारखंड पुलिस और प्रशासन स्थिति पर निगरानी बनाए हुए है और केंद्रीय एजेंसियों से संपर्क में है। नाबालिग बच्चों की वापसी को लेकर प्रक्रिया तय करने के लिए गृह व विदेश मंत्रालय के निर्देशों का इंतजार है।