जमशेदपुर : साकची गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान पद को लेकर लंबे समय से चल रहा विवाद आखिरकार सुलझ गया है. बुधवार को धालभूम एसडीओ शताब्दी मजूमदार ने अपने कार्यालय में तीनों पक्षों के साथ बैठक कर यह स्पष्ट कर दिया कि अब इस चुनाव की संपूर्ण जिम्मेदारी सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (सीजीपीसी) को सौंपी गई है.
बैठक में सीजीपीसी के प्रधान सरदार भगवान सिंह, महासचिव अमरजीत सिंह, कार्यकारी प्रधान निशान सिंह, चुनाव कमेटी के सदस्य श्याम सिंह भाटिया, सतिंदर सिंह रोमी, पूर्व प्रधान हरविंदर सिंह मंटू, जोगिंदर सिंह जोगी सहित अन्य पदाधिकारियों को नोटिस भेजकर आमंत्रित किया गया था. बैठक से पहले बिना बुलावे आये गुटों के समर्थकों को कार्यालय से बाहर कर दिया गया और केवल अधिकृत सदस्यों को ही बैठक में शामिल होने की अनुमति दी गई.
तीनों प्रत्याशियों के नामांकन होंगे रद्द
एसडीओ ने तीनों पक्षों की बातों को गंभीरता से सुनने के बाद निर्णय लिया कि चुनाव की प्रक्रिया अब सीजीपीसी की देखरेख में पूरी कराई जाएगी. इस क्रम में सीजीपीसी गुरुवार से चुनावी प्रक्रिया की शुरुआत करेगी. सबसे पहले साकची गुरुद्वारा द्वारा गठित चुनाव संचालन समिति को भंग किया जाएगा.इसके साथ ही तीनों प्रत्याशियों—निशान सिंह, हरविंदर सिंह मंटू और सुखविंदर सिंह राजू के नामांकन रद्द कर दिए जाएंगे. नामांकन के साथ प्रत्याशियों द्वारा जमा की गई 51-51 हजार रुपये की राशि वापस की जाएगी और भविष्य में इसके लिए एक सम्मानजनक राशि तय की जाएगी, जो अन्य गुरुद्वारों में भी लागू हो सकती है.
इस संबंध में एसडीओ शताब्दी मजूमदार ने कहा साकची गुरुद्वारा के चुनाव को लेकर काफी विवाद था. दोनों पक्षों को लगातार सुनने के बाद यह फैसला लिया गया कि चुनाव कराने की जिम्मेदारी अब सीजीपीसी को दी जायेगी. अगर चुनाव प्रक्रिया के दौरान किसी भी तरह की विधि-व्यवस्था भंग होती है तो प्रशासन सख्त कदम उठाएगा. सीजीपीसी के प्रधान सरदार भगवान सिंह ने जानकारी दी कि एसडीओ द्वारा मिले निर्देश के अनुसार वे गुरुवार को अपने पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे और चुनाव की आगे की रणनीति तय की जाएगी.