जमशेदपुर : जिले में उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी के निर्देश पर सरकारी योजनाओं की जमीनी हकीकत जानने के लिए प्रत्येक शनिवार को सघन निरीक्षण अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत जिले के सभी प्रखंडों और नगर निकाय क्षेत्रों में नोडल पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है, जो विभिन्न योजनाओं और सेवाओं की समीक्षा कर रहे हैं। निरीक्षण के दौरान आंगनबाड़ी केंद्र, विद्यालय, स्वास्थ्य उपकेंद्र, जन वितरण प्रणाली (पीडीएस) की दुकानों, मनरेगा कार्यस्थलों और पंचायत भवनों का भौतिक सत्यापन किया जा रहा है। इसे भी पढ़ें : सरायकेला-खरसावां : जिला पुलिस ने चलाया विशेष छापेमारी अभियान, 25 वांछित अपराधी गिरफ्तार, 100 से अधिक स्थानों पर छापेमारी, 109 आरोपियों का सत्यापन
योजनाओं की प्रगति और सेवाओं की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान
अभियान के तहत शनिवार को परियोजना निदेशक आईटीडीए दीपांकर चौधरी ने धरमबहाल (घाटशिला), अनुमंडल पदाधिकारी धालभूम शताब्दी मजूमदार ने मुकरूडीह (बोड़ाम), अपर उपायुक्त भगीरथ प्रसाद ने महुलबना (पटमदा), निदेशक एनईपी ने भालकी (गुड़ाबांदा), डीसीएलआर घाटशिला ने पाटपुर (बहरागोड़ा), एसओआर ने चुकरीपाड़ा (धालभूमगढ़), जिला आपूर्ति पदाधिकारी ने कुमड़ाशोल (डुमरिया), डीसीएलआर धालभूम ने कुलडीहा (पोटका), जिला पंचायत राज पदाधिकारी ने जमशेदपुर अक्षेस, जिला परिवहन पदाधिकारी ने जुगसलाई नगर परिषद तथा जिला भू-अर्जन पदाधिकारी ने मानगो नगर निगम के वार्डों का निरीक्षण किया।
उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य सिर्फ योजनाओं की प्रगति की जांच नहीं, बल्कि जमीनी स्तर की समस्याओं की पहचान कर त्वरित सुधार सुनिश्चित करना भी है। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषण आहार, विद्यालयों में नियमित पठन-पाठन, स्वास्थ्य केंद्रों में दवाएं और चिकित्सीय सुविधा, तथा पीडीएस दुकानों में सही मात्रा में खाद्यान्न समय पर उपलब्ध हों। उन्होंने सभी नोडल पदाधिकारियों को निर्देशित किया है कि निरीक्षण के निष्कर्षों पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करें और समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर समाधान करें।