जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिला कांग्रेस कमिटी की ओर से शनिवार को ‘संविधान बचाओ रैली’ का आयोजन साकची पार्किंग स्थल में किया गया. जिलाध्यक्ष आनंद बिहारी दुबे की अध्यक्षता में आयोजित इस रैली में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध करते हुए संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए संघर्ष तेज करने का संकल्प लिया.
मुख्य अतिथि प्रदेश प्रभारी के. राजू ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि राहुल गांधी आज संविधान बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं. सेना, संविधान और आम जनता के साथ कांग्रेस पार्टी मजबूती से खड़ी है. कार्यकर्ताओं को चाहिए कि वे राहुल गांधी के संदेश को घर-घर पहुंचाएं.
प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कांग्रेस की विरासत को याद दिलाते हुए कहा कि त्याग, तपस्या और बलिदान ही कांग्रेस की पहचान है. पूर्व मंत्री बंधु तिर्की ने अपने संबोधन में केंद्र सरकार से झारखंड में सरना धर्म को मान्यता देने की मांग की. वहीं पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि जनता की समस्याओं को लेकर कांग्रेस को सड़कों पर उतरना होगा. उन्होंने केंद्र सरकार पर निजी एजेंसियों के माध्यम से लोकतांत्रिक संस्थाओं के दुरुपयोग का आरोप भी लगाया.
तीन प्रमुख प्रस्ताव पारित, सेना के शौर्य को किया सलाम
जिला प्रभारी बलजीत सिंह बेदी ने रैली में तीन प्रस्ताव पढ़े जिन्हें उपस्थित कार्यकर्ताओं ने सर्वसम्मति से पारित किया. इनमें ऑपरेशन सिंदूर में सेना के साहस की सराहना, संविधान के अनुच्छेद 15(5) के तहत निजी शिक्षण संस्थानों में आरक्षण लागू करने की मांग और जातीय जनगणना को लेकर राहुल गांधी की लड़ाई का समर्थन शामिल था. रैली में यह स्पष्ट किया गया कि जातीय जनगणना भारत के वंचित समाज के लिए ऐतिहासिक अवसर है.
कार्यक्रम का संचालन संजय सिंह आज़ाद ने किया और जिलाध्यक्ष आनंद बिहारी दुबे ने स्वागत भाषण दिया. उन्होंने अतिथियों का सम्मान अंगवस्त्र, मोमेंटो और गांधी टोपी से किया. इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, पूर्व सांसद प्रदीप बलमुचू, राकेश तिवारी, देविका सिंह, जेबा खान, शमशेर आलम, प्रिंस सिंह, राजकुमार वर्मा समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे.