जमशेदपुर : क्षत्रिय करणी सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय सिंह की हत्या के बाद पूरे शहर में आक्रोश का माहौल है. रविवार को एमजीएम थाना क्षेत्र के गौड़गोड़ा स्थित एक सुनसान खेत में गोली मारकर की गई उनकी निर्मम हत्या के दो दिन बाद मंगलवार को उनका अंतिम संस्कार सुवर्णरेखा बर्निंग घाट पर किया गया. अंतिम संस्कार में करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राज शेखावत समेत देशभर से आए क्षत्रिय समाज के सैकड़ों लोग मौजूद रहे.
धरना और हंगामे के बाद एसएसपी को सौंपा गया मांग पत्र
अंतिम संस्कार के बाद करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राज शेखावत के नेतृत्व में क्षत्रिय समाज के लोगों ने एसएसपी कार्यालय के समक्ष धरना दिया और एसएसपी किशोर कौशल को एक ज्ञापन सौंपते हुए एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया. डॉ. शेखावत ने कहा कि यदि इस अवधि में अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होती है तो जमशेदपुर में एक बड़ी श्रद्धांजलि सभा आयोजित की जाएगी, जिसमें देशभर से करणी सेना के कार्यकर्ता जुटेंगे.
धरना स्थल पर हुआ हंगामा, पुलिस ने समझाया
मंगलवार शाम को एसएसपी कार्यालय के मुख्य द्वार पर प्रदर्शनकारियों ने धरना दे दिया और एसएसपी को मौके पर बुलाने की मांग करने लगे. इस दौरान स्थिति तनावपूर्ण हो गई, जिसे ट्रैफिक डीएसपी श्रीनिरज और साकची थाना प्रभारी आनंद मिश्रा ने हस्तक्षेप कर शांत कराया.
करणी सेना ने एसएसपी को सात सूत्रीय मांग पत्र सौंपा है, जिनमें हत्या के पीछे की साजिश का खुलासा, मुख्य आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी, पीड़ित परिवार को मुआवजा और सुरक्षा, और जांच की निगरानी उच्च स्तर पर करने की मांग शामिल है.
हत्या में जमीन विवाद की आशंका, जांच जारी
एसएसपी किशोर कौशल ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि मामले में तेजी से कार्रवाई हो रही है. अब तक 10 से 12 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. जांच में जमीन विवाद को हत्या की संभावित वजह माना जा रहा है, हालांकि अन्य पहलुओं पर भी गंभीरता से जांच की जा रही है.
एसएसपी ने यह भी बताया कि वारदात के दिन विनय सिंह ने तीन लोगों से मोबाइल पर बातचीत की थी, जिनकी कॉल डिटेल्स की जांच की जा रही है. पुलिस का दावा है कि जल्द ही हत्या में शामिल सभी अपराधी सलाखों के पीछे होंगे. इस घटना के बाद जमशेदपुर में राजनीतिक और सामाजिक हलकों में तीखी प्रतिक्रिया देखी जा रही है. क्षत्रिय समाज के लोग इसे सुनियोजित हत्या बता रहे हैं और न्याय की मांग को लेकर एकजुट हो रहे हैं.